झारखंड में स्मार्ट बनेंगे बच्चे, चक्रधरपुर में स्टूडेंट्स के बीच बांटे गए मोबाइल
Ranchi: झारखंड के सरकारी स्कूलों के बच्चों समेत अन्य जरूरतमंद बच्चों के बीच स्मार्ट फोन का वितरित किया गया. जिले के बच्चे अब स्मार्टफोन की मदद से ऑनलाइन क्लास कर सकेंगे. झारखंड पुलिस ने बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखने का बेहतर प्रयास किया है. इसी कड़ी में पश्चिम सिंहभूम जिला अंतर्गत चक्रधरपुर क्षेत्र में लगभग 45 स्कूली बच्चों के बीच स्मार्टफोन का वितरण किया गया.
झारखंड DGP की अनोखी सोच को अमलीजामा पहनाते हुए चक्रधरपुर थाना पुलिस सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम के तहत चाईबासा जिला पुलिस उपकरण बैंक के माध्यम से मेधावी और जरूरतमंद विद्यार्थियों के बीच स्मार्ट मोबाइल फोन का वितरण किया है.
स्मार्ट मोबाइल फोन वितरण कार्यक्रम में 45 मेधावी और जरूरतमंद स्टूडेंट्स को स्मार्टफोन तथा 100 मानकी, मुंडा और अभिभावकों को अंगवस्त्र, छाता और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया. वहीं, कार्यक्रम के अंत में अतिथियों द्वारा थाना परिसर पर पौधरोपण भी किया गया.
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इस मौक पर SP अजय लिंडा ने कहा, ‘पुलिस ना सिर्फ आपको सुरक्षा प्रदान करने के लिए है बल्कि आपके जीवन को कैसे आसान बनाया जाए इसपर भी पुलिस काम कर रही है. पुलिस को आपके सहयोग की जरुरत है. अपराध, अंधविशवास, नक्सलवाद को दूर करने में जनता का सहयोग बहुत जरूरी है. पुलिस आपकी सेवा के लिए है आप पुलिस पर विश्वास बनाएं रखें. हर मुश्किल राह को हम आसान बनाने में आपके साथ चलेंगे.’
SDO अभिजीत सिन्हा ने कहा, ’10वीं की पढ़ाई के बाद भी आगे की पढ़ाई जारी रखना है और करियर की सफलता के लिए एक लक्ष्य बना लेना जरूरी है. उसमें 3D मूलमंत्र का अनुसरण करे तो डिटरमिनेशन, डिसिप्लिन एवं डेडीकेशन मुख्य है. इन तीनों को आत्मसात करने पर ही स्टूडेंट्स करियर बना सकते हैं. मोबाइल का सदुपयोग करे.’
वहीं, ASP नाथु सिंह मिणा ने कहा, ‘डिजिटल युग में उपकरण की कमी गरीब मेधावी बच्चों के लिए शिक्षा में बाधा उत्पन्न ना करे इसलिए पुलिस ने यह एक प्रयास किया है. यह प्रयास आगे भी जारी रहेगा. समाज अगर शिक्षित होगा तो देश के विकास में यही सबसे बड़ी ताकत बनेगी. समाजसेवियों और बुद्धिजीवियों ने डिजिटल उपकरण हमें दिया, हम ये उपकरण उनतक पहुंचा रहे हैं जिनमें पढ़ने की ललक है और उपकरण की कमी है. जनता के सहयोग से यह उपकरण बैंक आगे भी चलता रहेगा.’
(इनपुट- आनंद प्रियदर्शी)